29 नवंबर- 01 दिसंबर, 2023, लुधियाना
भाकृअनुप-भारतीय मक्का अनुसंधान संस्थान (आईआईएमआर), लुधियाना ने 29 नवंबर से 1 दिसंबर, 2023 तक "लाभदायक बायोएथेनॉल उत्पादन के लिए मक्का में सर्वोत्तम प्रबंधन प्रथाओं" पर एक मास्टर प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया। प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्देश्य इथेनॉल उद्योग के हितधारकों और उनके सहयोगियों को इसके उत्पादकता बढ़ाने तथा बायोएथेनॉल उत्पादन को सुविधाजनक बनाने के लिए मक्का प्रबंधन में सर्वोत्तम अभ्यास बारे में जानकारी देना था।
डॉ. नचिकेत कोतवालीवाले, निदेशक, भाकृअनुप-सिफेट, लुधियाना उद्घाटन कार्यक्रम के मुख्य अतिथि थे। उन्होंने इथेनॉल उद्योग के लिए मक्के के बढ़ते महत्व पर जोर दिया। उन्होंने एफ्लाटॉक्सिन के प्रबंधन पर प्रकाश डालते हुए विशेष रूप से फसल कटाई के बाद के प्रबंधन को संबोधित किया।
डॉ. एच.एस. पीएयू लुधियाना के प्रधान वैज्ञानिक सिद्धू समापन कार्यक्रम के मुख्य अतिथि थे। उन्होंने प्रशिक्षण के सफल समापन पर प्रतिभागियों की सराहना की। उन्होंने औद्योगिक तथा मानव उपभोग दोनों के लिए मक्का की खेती के मशीनीकरण एवं कटाई के बाद के प्रबंधन के महत्व पर जोर दिया।
आईआईएमआर के निदेशक, डॉ. एच.एस. जाट ने 2025- 26 तक 20% इथेनॉल मिश्रित पेट्रोल (ईबीपी) प्राप्त करने के लक्ष्य तक पहुंचने के लिए हितधारकों के बीच सहयोग बढ़ाने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने प्रतिभागियों से भी बातचीत की और प्रतिभागियों द्वारा उठाए गए मुद्दों पर चर्चा किया गया।
प्रशिक्षण सत्रों के दौरान, प्रतिभागियों ने मक्का उत्पादन, उपयुक्त संकर और उनके बीज उत्पादन तकनीक, खेती में मशीनीकरण, रोग एवं कीट प्रबंधन (विशेष रूप से एफ्लाटॉक्सिन तथा फॉल आर्मी वर्म), भंडारण प्रथाओं, मक्का डीडीजीएस तथा बायोएथेनॉल उत्पादन के लिए मक्के का प्रसंस्करण, ग्रेडिंग और मूल्यवर्धन के विभिन्न पहलुओं पर विस्तृत रूप से सैद्धांतिक तथा व्यावहारिक आधार पर चर्चा की।
कार्यक्रम में इथेनॉल उद्योगों के कुल सोलह हितधारकों ने सक्रिय रूप से भाग लिया।
(स्रोत: भाकृअनुप-भारतीय मक्का अनुसंधान संस्थान, लुधियाना)
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