भाकृअनुप-सीआईबीए ने सीसीएल के साथ विशिष्ट रोगाणुमुक्त (एसपीएफ़) पॉलीचेट कीड़े के प्रजनन और उत्पादन के लिए समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए
2 नवंबर, 2021, चेन्नई
भाकृअनुप-केंद्रीय खारा जल कृषि संस्थान, चेन्नई ने आज तटीय निगम लिमिटेड (सीसीएल), विशाखापट्टनम, आंध्र प्रदेश के साथ एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए।
डॉ. के.पी. जितेंद्रन, निदेशक, भाकृअनुप-सीआईबीए, चेन्नई ने अपने संबोधन में भारतीय झींगा बीज उद्योग के लिए एसपीएफ़ पॉलीचेट वर्म्स के महत्व और रोग मुक्त झींगा-बीज उत्पादन सुनिश्चित करने में ऐसी प्रौद्योगिकियों की क्षमता पर प्रकाश डाला। डॉ. जितेंद्रन द्वारा पॉलीचेट उत्पादन प्रौद्योगिकी में संस्थान की वैज्ञानिक शक्ति को रेखांकित किया।
श्री वी.आर. शर्मा, उपाध्यक्ष, सीसीएल, विशाखापट्टनम ने भारतीय झींगा-बीज उद्योग के लिए एसपीएफ पॉलीचेट वर्म्स के मांग को भी रेखांकित किया।
सीसीएल के सहयोग के द्वारा चयनित प्रजातियों को पालतू बनाने और बड़े पैमाने पर उत्पादन के लिए बुनियादी ढांचे पर निवेश करने की बात की है, जबकि भाकृअनुप-सीआईबीए रेत के कीड़ों के गुणवत्ता उत्पादन के लिए अनुसंधान और विकास की सुविधा प्रदान करेगा।
समझौता ज्ञापन का उद्देश्य हैचरी में श्रिम्प ब्रूडस्टॉक के लिए परिपक्व आहार के रुप में उपयोग किये जाने वाले एसपीएफ पॉलीचेट वर्म्स (पेरिनेरिस एसपीपी) के प्रजनन और उत्पादन के लिए परामर्श सेवाओं का विस्तार करना है।
(स्रोत: भाकृअनुप-केंद्रीय खारा जल जलीय कृषि संस्थान, चेन्नई)