भाकृअनुप-एसबीआई ने किया राष्ट्रीय संकरण उद्यान में 'फ्लफ आपूर्ति कार्यक्रम के लिए क्रॉसेज़’ की पहल
कोयंबटूर भारत में एकमात्र ऐसा स्थान है जहाँ की जलवायु गन्ने के फूलों और उत्कृष्ट बीज वातावरण के लिए अधिक अनुकूल है। 1974 में भाकृअनुप-एसबीआई में एक राष्ट्रीय संकरण उद्यान (एनएचजी) की स्थापना की गई थी ताकि देश भर के 24 राज्य गन्ना अनुसंधान केंद्रों से गन्ना प्रजनकों को अपनी पसंद के क्रॉस बनाने में सक्षम बनाया जा सके। आमतौर पर देश भर के 24 गन्ना अनुसंधान केंद्रों के प्रजनक क्रॉसेज़ बनाने के लिए हर साल अक्टूबर से दिसंबर के दौरान संस्थान का दौरा करते हैं।
मौजूदा कोविड-19 महामारी की स्थिति के बावजूद, भाकृअनुप-गन्ना प्रजनन संस्थान, कोयंबटूर ने सभी एहतियाती उपायों का पालन करते हुए फ्लफ आपूर्ति कार्यक्रम के लिए राष्ट्रीय संकरण उद्यान सुविधा पर क्रॉसेज़ बनाना शुरू कर दिया है।
इस साल कोविड-19 महामारी ने यात्रा को प्रतिबंधित कर दिया है, इसलिए भाकृअनुप-गन्ना प्रजनन संस्थान, कोयंबटूर ने पूरे देश के लिए क्रॉसेज़ बनाने की जिम्मेदारी ली है।
डॉ. बख्शी राम, निदेशक, भाकृअनुप-एसबीआई, कोयम्बटूर ने एनएचजी के तहत आने वाले क्रॉसेज़ से बीज (फ़ज़) की आपूर्ति पर प्रकाश डाला, जो कि पूर्वजों को बढ़ाने सहित अनुसंधान स्टेशनों और स्थानीय स्तर पर अनुकूलित किस्मों का चयन करते हैं।
(स्रोत: भाकृअनुप-गन्ना प्रजनन संस्थान, कोयंबटूर)