भाकृअनुप-एनआईएनएफटी, कोलकाता में राष्ट्रीय सम्मेलन आयोजित
3 जनवरी, 2023, कोलकाता
भाकृअनुप-राष्ट्रीय प्राकृतिक फाइबर इंजीनियरिंग एवं प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआईएनएफईटी) ने भारतीय राष्ट्रीय फाइबर सोसाइटी (टीआईएनएफएस), कोलकाता; भाकृअनुप-केन्द्रीय जूट और संबद्ध फाइबर अनुसंधान संस्थान (क्रिजाफ), बैरकपुर; राष्ट्रीय जूट बोर्ड (एनजेबी), कोलकाता; भारतीय जूट निगम (जेसीआई), कोलकाता; केन्द्रीय ऊन विकास बोर्ड, जोधपुर तथा नाबार्ड, कोलकाता के सहयोग से 03-04 जनवरी, 2023 के दौरान "सतत सामाजिक विकास के लिए प्राकृतिक फाइबर" पर 2 दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन किया।
डॉ. एस.एन. झा, उपमहानिदेशक (कृषि अभियांत्रिकी), भाकृअनुप और उद्घाटन सत्र के मुख्य अतिथि ने इस सम्मेलन के आयोजन में भाकृअनुप-एनआईएनएफईटी के प्रयासों की सराहना की और प्रतिनिधियों से प्राकृतिक फाइबर आधारित उत्पादों का उपयोग करने का आग्रह किया। उन्होंने फाइबर से संबन्धित संगठनों के साथ अधिक सहयोग द्वारा टीआईएनएफएस को मजबूत करने का सुझाव भी दिया।
डॉ. के. नरसैय्या, सहायक महानिदेशक (पीई), भाकृअनुप तथा सम्मानित अतिथि ने प्राकृतिक फाइबर के अनुसंधान एवं विकास में नवीनतम तकनीकों के अनुप्रयोग के बारे में बात की।
सीडब्ल्यूडीबी के कार्यकारी निदेशक, डॉ. जी.एस. भट्टी ने विविध उत्पादों के लिए ऊन को अन्य प्राकृतिक रेशों के साथ मिलाने का सुझाव दिया।
डॉ. गौरंगा कार, निदेशक, भाकृअनुप-क्रिजाफ ने प्राकृतिक रेशों की सतत उत्पादन रणनीतियों के बारे में बात की।
डॉ. ए. साहू, निदेशक, भाकृअनुप-उष्ट्र के लिए राष्ट्रीय अनुसंधान संस्थान ने अपने संबोधन में अनुसंधान और विकास में पशु फाइबर के अधिक से अधिक उपयोग पर जोर दिया गया।
इस सम्मेलन के दौरान पोस्टर सत्र सहित नौ तकनीकी सत्रों में प्राकृतिक रेशों के विकास एवं निरंतरता के मुद्दों और रणनीतियों को प्रस्तुत किया गया तथा चर्चा भी की गई।
यहां, सम्मेलन के अलावा एक किसान मेला-सह-प्रदर्शनी भी आयोजित की गई जिसमें केवीके, स्टार्टअप्स, एफपीओ और आस-पास के भाकृअनुप संस्थानों ने भाग लिया।
इसके साथ ही, द इंडियन नेचुरल फाइबर सोसाइटी (टीआईएनएफएस) द्वारा प्रकाशित जर्नल और न्यूजलेटर के हाल के अंक तथा सम्मेलन के स्मारिका-सह-तकनीकी खंड को इस अवसर पर जारी किया गया। इस उद्घाटन सत्र में टीआईएनएफएस पुरस्कार भी वितरित किए गए।
भाकृअनुप-एनआईएनएफईटी और निर्माताओं के बीच समझौता ज्ञापनों (एमओयू) का आदान-प्रदान इस आयोजन की एक प्रमुख विशेषता थी। इसी क्रम में प्रौद्योगिकियां जैसे - बनाना स्यूडो-स्टेम फाइबर एक्सट्रैक्टर, पाइनएप्पल लीफ फाइबर एक्सट्रैक्टर, नेचुरल फाइबर ग्रेडिंग इंस्ट्रूमेंट्स, जूट लीफ ड्रिंक, जूट एक्टिवेटेड कार्बन को इस एमओयू के माध्यम से लाइसेंस दिया गया।
इस कार्यक्रम में अनुसंधान संगठन, शिक्षा जगत, उद्योग, स्टार्टअप आदि के प्रतिनिधित्व करने वाले लगभग 200 प्रतिनिधियों ने भाग लिया। डॉ. एल.के. नायक, आयोजन सचिव ने राष्ट्रीय सम्मेलन का समन्वय किया।
(स्रोत: भाकृअनुप-राष्ट्रीय प्राकृतिक फाइबर इंजीनियरिंग एवं प्रौद्योगिकी संस्थान, कोलकाता)