केंद्रीय कृषि मंत्री ने बिहार के पटना स्थित भाकृअनुप-अटारी प्रशासनिक भवन का किया उद्घाटन
नवंबर 23, नई दिल्ली
श्री नरेंद्र सिंह तोमर, केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री ने कहा कि भाकृअनुप-अटारी पटना कृषि विज्ञान केंद्रों की जरुरत को पूरा करने के साथ-साथ महत्वपूर्ण तकनीकि सहायता प्रदान करता है। श्री तोमर आज कृषि भवन नई दिल्ली में भाकृअनुप-कृषि तकनीक अनुप्रयोग अनुसंधान संस्थान (अटारी), पटना, बिहार के प्रशासनिक भवन के अभासी उदघाटन समारोह में बोल रहे थे।
केंद्रीय कृषि मंत्री ने कहा कि प्रधान मंत्री के द्वारा देश के प्रत्येक गांव में कोल्डस्टोरेज और वेयरहाउस की सुविधा प्रदान करने का लक्ष्य है। श्री तोमर ने आग्रह किया कि छोटे और सीमांत किसान के खुशहाली और सशक्तिकरण के लिए उन्हें कृषक उत्पादक संगठन (एफपीओ) से जोड़ने की भी जरुरत है। उन्होंने जल संरक्षण को प्रोत्साहित करने के लिए किसानों को एकीकृत कृषि को अपनाने पर भी जोर दिया। केंद्रीय कृषि मंत्री ने कहा कि कृषि और कृषि-कर्यो में अथिक से अधिक युवाओं के जोड़ने की जरुरत है।
डॉ. त्रिलोचन महापात्र सचिव (डेयर) एवं महनिदेशक (भाकृअनुप) ने कहा कि भाकृअनुप-अटारी पटना, बिहार एवं झारखंड के कृषि विज्ञान केंद्रों को कृषि तकनीकी सहायता के साथ इसे विस्तारित किया है।
डॉ. रणधीर सिंह, एडीजी (कृषि विस्तार), भाकृअनुप स्वागत संबोधन में कहा कि छोटे और सीमांत किसानों को मत्स्य पालन, मधुमक्खी पालन आदि में रोजगार के विभिन्न अवसरों से अवगत कराने के लिए परिषद द्वारा निभाई गई भूमिका सराहनीय है। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि बिहार में सिंघाड़ा और मखाना की खेती को बढ़ावा देने के लिए भाकृअनुप और उसके केवीके का बहुत बड़ा योगदान रहा है।
डॉ. अंजनी कुमार, निदेशक, भाकृअनुप-अटारी, पटना ने धन्यवाद ज्ञापन किया।
(स्रोत: भाकृअनुप-कृषि ज्ञान प्रबंधन निदेशालय, नई दिल्ली)